The Basic Principles Of sidh kunjika



नमस्ते रुद्ररूपिण्यै नमस्ते मधुमर्दिनि ।

श्री लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्

श्रीत्रिगुणात्मिका देवता, ॐ ऐं बीजं, ॐ ह्रीं शक्तिः, ॐ क्लीं कीलकम्,

कुञ्जिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।

देवी माहात्म्यं चामुंडेश्वरी मंगलम्

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तरशत नाम्स्तोत्रम्

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देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति त्रयोदशोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति अष्टमोऽध्यायः

अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ here में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.

श्री महिषासुर मर्दिनी स्तोत्रम् (अयिगिरि नंदिनि)

गोपनीयं प्रयत्नेन स्वयोनिरिव पार्वति।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति नवमोऽध्यायः

दकारादि दुर्गा अष्टोत्तर शत नामावलि

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